जहां बच्चे जंक फ़ूड खाना पसंद करते हैं वहीं बड़े भी पीछे नहीं हैं. पिज़्ज़ा, बर्गर, नूडल्स जैसे कई फ़ास्ट फ़ूड की जैसी लत सी लग गयी हो. यही वजह है कि लोगों में मोटापे की समस्या भी तेजी से बढ़ रही है. इसके साथ ही इस मोटापे की ही वजह से लोगों में कई तरह की बीमारियां भी हो रहीं हैं. ऐसे में केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान (सीमैप) के वैज्ञानिकों ने इस समस्या को समझते हुए कुछ ख़ास तैयार किया है जिससे लोग आसानी से बर्गर का लुत्फ़ उठा सकते हैं. संस्थान ने कुछ औषधीय पौधों का इस्तेमाल करके उनसे खाद्य पदार्थ बनाए हैं.
सेंट्रल इंस्टीच्यूट आफ मेडिसीनल एंड एरोमेटिक प्लांट्स (CIMAP) ने रागी से बने ‘बन’ तैयार किए हैं. जी हाँ, रागी के गुणों को सभी जानते हैं. बर्गर में इस्तेमाल किए जाने वाले बन को बनाने के लिए मैदा लिया जाता है. मैदा सेहत के लिए कितना नुकसानदायक है, इसे सभी जानते हैं. इस समय बाजार में आपको ‘मैदा बन’ के साथ ‘आटा बन’ भी मिलता है और यह भी सेहत को देखते हुए ही उपलब्ध कराया गया है. वहीं अब ‘रागी बन’ भी लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए ही लाया गया है.
केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान के वैज्ञानिकों की कोशिश से ऐसा सम्भव हो पाया है. लोगों को अब बर्गर खाने के लिए सोचना नहीं पड़ेगा. बन के साथ संस्थान ने स्नैक्स के रूप में बाकी खाद्य पदार्थ भी तैयार किए हैं. इनमें न्यूट्री दलिया, मठरी और क्रैकर्स शामिल हैं. लोगों के स्वाद को ध्यान में रखते हुए सीमैप ने मीठा और नमकीन, दोनों ही तरह की दलिया तैयार की है.
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआइआर) द्वारा सीमैप ने इन खाद्य पदार्थों को तैयार किया है जिससे कुपोषण को भी दूर किया जा सकेगा. ऐसा इसलिए क्योंकि तैयार किए गए ये सभी स्नैक्स पौष्टिक हैं. जहां रागी में आपको अमीनो एसिड मिलता है, तो वहीं बाकी स्नैक्स में भी कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में मिलता है. इसके साथ ही मीठे के लिए भी आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. इसके लिए वैज्ञानिकों ने गुड़ का इस्तेमाल किया है.
मठरी में आपको औषधीय गुण मिलते हैं. आपको इसमें फाइबर, फॉलट, आयरन और कैल्शियम मिलता है. इस मठरी में आपको एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मिलते हैं क्योंकि इसे औषधीय पौधों की जड़ों से तैयार किया गया है.
आपको इन खाद्य पदार्थों को खाने के लिए कुछ भी करने या पकाने की ज़रूरत नहीं है. दलिया में आपको केवल गर्म पानी ही मिलाना होगा और वह झटपट बनकर तैयार हो जाएगा. आप कहीं भी और किसी भी समय इसका सेवन कर सकते हैं. इस तरह ये सभी खाद्य पदार्थ “रेडी टू ईट” हैं.