दिल्ली में 26 साल से सत्ता से दूर बीजेपी अब विधानसभा चुनाव में जीत का सपना देख रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी सात सीटों पर जीत हासिल करने के बाद, पार्टी का उत्साह चरम पर है। इसके साथ ही बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) को घेरने के लिए कई मुद्दों को उठाया है।
AAP पर हमले और LG की भूमिका
दिल्ली की प्रशासनिक संरचना में उपराज्यपाल (LG) की भूमिका अहम है। खासकर, सेवाओं और सतर्कता से जुड़े मामलों में उनकी सक्रियता ने बीजेपी को AAP सरकार पर निशाना साधने का भरपूर मौका दिया। पिछले दो वर्षों में LG द्वारा उठाए गए मुद्दों, आदेशों और रिपोर्टों के आधार पर बीजेपी ने लगातार AAP सरकार पर हमले किए हैं।
बीजेपी के मुख्य आरोप:
- आबकारी नीति में कथित अनियमितताएं: इसमें केजरीवाल सरकार के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी हुई। यह मुद्दा भाजपा के लिए बड़ा हथियार साबित हुआ।
- मुख्यमंत्री आवास में अनियमितता: 6 फ्लैगस्टाफ रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास के निर्माण में कथित अनियमितताएं और अत्यधिक खर्च का मामला।
- स्वच्छता और नागरिक सुविधाओं की खराब स्थिति: LG द्वारा किए गए शहर के निरीक्षणों में टूटी सड़कों और कचरे के ढेर पर ध्यान दिलाया गया।
- CAG रिपोर्ट: विधानसभा में CAG रिपोर्ट पेश न करने का मुद्दा, जिसे बीजेपी ने अदालत तक ले जाने का दावा किया।
लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराने की उम्मीद
बीजेपी का कहना है कि लोकसभा चुनाव में उसकी जीत केवल मोदी सरकार की नीतियों का परिणाम नहीं, बल्कि AAP सरकार के प्रदर्शन पर जनता की नाराजगी का संकेत भी है। पार्टी 1993 के बाद से दिल्ली में सत्ता में नहीं लौटी है। अब वह अपने लोकसभा प्रदर्शन को विधानसभा चुनाव में दोहराने के लिए तैयारी कर रही है।
AAP का पलटवार
आम आदमी पार्टी का कहना है कि उसके काम बोलते हैं। पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बिजली जैसे क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन का दावा किया है। AAP का तर्क है कि LG के हस्तक्षेप को प्रशासनिक अतिक्रमण के रूप में देखा जाना चाहिए, जो दिल्ली की जनता के साथ अन्याय है।
दिल्ली की राजनीति में LG का प्रभाव
दिल्ली का प्रशासनिक ढांचा इसे अन्य राज्यों से अलग बनाता है। जहां LG को संवैधानिक रूप से राष्ट्रपति के प्रति जवाबदेह माना जाता है, वहीं उनकी सक्रिय भूमिका ने AAP के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं। बीजेपी का कहना है कि LG की सक्रियता प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
क्या कहती है जनता?
दिल्ली की जनता के बीच यह मुद्दा बहस का विषय है कि उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सुधारों के लिए AAP का समर्थन करना चाहिए या केंद्र सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर बीजेपी को मौका देना चाहिए।
आने वाले विधानसभा चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता AAP के विकास कार्यों पर भरोसा जताती है या बीजेपी की रणनीति के आगे झुकती है। चुनावी नतीजे यह तय करेंगे कि दिल्ली का भविष्य किसके हाथों में होगा।